“हम उत्तराखंडी छौं” की अदभुत प्रस्तुति के साथ देवभूमि के रंग में रंगा ग्रेटर नोएडा
ग्रेटर नोएडा : उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति द्वारा रविवार को ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 क्लब ग्राउंड में एक भव्य उत्तराखंडी सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में पहाड़ से आये रामगंगा सांस्कृतिक कला केंद्र के लोक कलाकारों ने पहाड़ी लोकसंस्कृति की खुबसूरत छटा बिखेर दी। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण, भगवत मनराल द्वारा निर्देशित नृत्य नाटिका “हम उत्तराखंडी छौं” रही, इस अद्भुत प्रस्तुति में पृथक उतराखंड राज्य आन्दोलन से लेकर पहाड़ की नारी की कर्मठ जीवन शैली तथा देश के लिए शहीद होने वाले उत्तराखंड के वीर सपूतों की गाथा को निर्देशक भगवत मनराल ने जिस खूबसूरती से संजोया और जिस संजीदगी से इस नृत्य नाटिका को कलाकारों ने फलीभूत किया उसे देखकर दर्शक भावविभोर हो गए। इस यादगार प्रस्तुति के ख़त्म होने पर सभी दर्शकों ने खड़े होकर पूरी टीम का आभार प्रकट किया।
करीब 5 घंटे तक चले इस रंगारंग कार्यक्रम में उत्तराखण्ड से आये कलाकारों ने एक तरफ जहाँ अपने मधुर लोक गीत-संगीत से ग्रेटर नोएडा में उत्तराखण्ड की संकृति की छटा बिखेरी, वहीँ अपने जबरदस्त गानों में उपस्थित दर्शकों को झुमने/नाचने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान उत्तराखंड के रॉक स्टार सिंगर गजेंद्र राणा, सुप्रसिद्ध लोक गायक गोपाल मठपाल, लोक गायिका दीपा चौहान, प्रीति मठपाल आदि लोक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक जबरदस्त लोकगीत प्रस्तुत किये। हास्य कलाकार एवं मंच संचालक पन्नू गुसाईं ने कॉमेडी के साथ-साथ उत्तराखंडी लोक गीतों की खूबसूरत प्रस्तुतियां पेश की। इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान उतराखंड की प्रसिद्ध माँ नन्दा देवी राजजात की खूबसूरत झांकी पेश की गई। कड़ाके की ठण्ड के बावजूद भी कार्यक्रम स्थल खचाखच भरा हुआ था।
इससे पहले कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विजयपाल सिंह (हरीजी ट्रेवल्स), विशिष्ट अतिथि एसपी देहात, कुमार रणविजय सिंह द्वारा समिति की वार्षिक स्मारिका “देवभूमि स्मारिका भाग-8 का विमोचन किया गया। इसके अलावा हर वर्ष की भांति सी वर्ष भी समिति ने 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले ग्रेटर नोएडा के विभिन्न स्कूलों में पढ़ने वाले उत्तराखंड मूल के मेधावी छात्र-छात्राओं को मैडल देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही एक्टिव सिटीजन टीम सहित ग्रेटर नोएडा शहर की विभिन्न समाज सेवी संस्थाओं/व्यक्तियों को समिति द्वारा इस मंच पर सम्मानित किया गया। इस मौके पर समिति ने अपने कर्मठ कार्यकर्ताओं तथा महिला सदस्यों को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम में संगीत मोतीशाह का था, जबकि मंच संचालन उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार पन्नू गुसाईं, उत्तराखंड समिति ग्रेटर नोएडा के वरिष्ठ सदस्य डीएस नेगी तथा त्रिलोक पंवार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
उत्तराखण्ड सांस्कृतिक समिति द्वारा होली मिलन एवं होलिका दहन कार्यक्रम
ग्रेटर नोएडा: प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी होली की पूर्व संध्या पर 20 मार्च को उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति ग्रेटर नोएडा द्वारा, गौरी शंकर मंदिर, गामा-1, में होली मिलन एवं होलिका दहन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर समिति के सदस्यों के बच्चों द्वारा उत्तराखंडी लोकगीतों एवं लोक नृत्य की शानदार प्रस्तुति पेश की गई।
सांय 7 बजे से ही लोग सपरिवार होलिका दहन के लिए गौरी शंकर मंदिर प्रांगण में एकत्रित हो गए। चूँकि इस वर्ष भद्रा के चलते होलिका पूजन एवं दहन कार्यक्रम रात 9 बजे से पहले नहीं किया जा सकता था। इसलिए 7 बजे से 9 बजे तक बच्चों का लोकगायन एवं लोकनृत्य कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिसमे आठ बच्चों मास्टर आयुष्मान वेदवाल, मास्टर गर्वित पांडे, बेबी अविका पंत, शिवांगी ध्यानी, श्रुति सनवाल, मास्टर सात्विक मुंडिपी, मास्टर शौर्य ध्यानी, मास्टर वेदांत, बेबी नेहा शर्मा ने लोकगीतों एवं लोकनृत्य में शानदार प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए उपस्थित दर्शकों का दिल जीत लिया।
रात करीब 9 बजे पंडित भैरव दत्त मुंडेपी ने होलिका व नरसिंह भगवान् की पूजा कर होलिका दहन प्रक्रिया की शुरुआत की। इसके बाद मंत्रोच्चारण के साथ होलिका दहन हुआ।
होलिका दहन के साथ साथ उत्तराखंड के पारंपरिक बाध्य यंत्रों में होली गीतों पर महिलाओ व पुरुषों ने सामूहिक लोक नृत्य किया और एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाये दी व मिष्ठान वितरण किया।
इस मौके पर समिति के वरिष्ठ सदस्य आरसी बिजलवान, जैनेन्द्र रावत, आरसी शर्मा, केएन कांडपाल, हेम पांडे, डीएस नेगी, पंडित भैरव दत्त मूंडिपी, कृष्ण कुमार पंत, बी आर रतूड़ी, तारा दत्त शर्मा, दिलीप सिंह नेगी, योगेश जोशी खीमानंद फुलारा, सतेंद्र नेगी, हेम चन्द्र भट्ट, जेपी रावत, सुबोध नेगी, नरेश नैनवाल, शंकर कांडपाल, अशोक उपाध्याय, सहित करीब 300 से ज्यादा सदस्य सपरिवार मौजूद थे। समित द्वारा सभी के लिए निशुल्क रात्रि भोज की व्यवस्था की गई थी।