देवभूमि के रंग में रंगा ग्रेटर नोएडा: उत्तराखण्ड के कलाकारों ने मचाया धमाल

ग्रेटर नोएडा: शनिवार को उत्तराखण्ड सांस्कृतिक समिति द्वारा ग्रेटर नोएडा के बीटा-2, क्लब ग्राउंड में एक भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। करीब 3.30 घंटे तक चले इस रंगारंग कार्यक्रम में उत्तराखण्ड से आये कलाकारों ने एक तरफ जहाँ अपने मधुर लोक गीत-संगीत से ग्रेटर नोएडा में उत्तराखण्ड की संकृति की छटा बिखेर दी, वहीँ अपने जबरदस्त गानों में उपस्थित दर्शकों को झुमने/नाचने पर मजबूर कर दिया।

कार्यक्रम की शुरुआत उत्तराखण्ड सुप्रसिद्ध गायक रणजीत रावत के गणेश वंदना “गीत दैंणा हुन्याँ खोली का गणेशा” से हुई। उसके बाद की उत्तराखण्ड स्वर कोकिला संगीता ढौंडियाल ने अपनी मधुर आवाज में माँ नन्दा देवी का मनमोहक गीत गाकर सभी उपस्थित दर्शकों को देवभूमि की और ले गई। इसके तुरंत बाद राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कुमाउनी गायिका आशा नेगी ने भी अपनी शानदार प्रस्तुति से दर्शकों को पहाड़ की याद दिला दी।nanda-devi

इस बीच हास्य कलाकार पुन्नू गुसाईं तथा उत्तराखण्ड समिति के बरिष्ठ उद्घोषक डी.एस. नेगी ने पहाड़ी और हिन्दी कॉमेडी के मिश्रण से दर्शको को हंसा-हंसाकर लोटपोट कर दिया। दोनों लोगों ने कॉमेडी के साथ-साथ मंच संचल का दायित्व भी बखूबी निभाया। एक समय जब हल्की से बारिश ने कार्यकम में चंद मिनटों के लिए खलल डाला, उस समय भी दोनों लोगों ने जबरदस्त कॉमेडी के जरिये दर्शकों को बांधे रखा और उनका खूब मनोरंजन किया।

करीब 7 बजे से शुरू हए इस कार्यक्रम में 10 बजे तक सभी कलाकारों ने एक से एक मधुर लोकगीतों से ग्रेटर नोएडा के दर्शकों को पहाड़ों की वादियों की सैर करा दी। इस दौरान देवभूमि कला मंच द्वारा माँ नन्दा देवी की खुबसूरत झांकी भी निकाली गई.

 

अब बारी थी नाचने की। 10 बजे के बाद दर्शको की फरमाइस पर कलाकारों ने एक से बढ़कर एक नॉन-स्टॉप पहाड़ी डांस सॉंग गाये। जिस पर ग्रेटर नोएडा के दर्शकों ने जमकर डांस किया। एक तरफ जहाँ संगीता ढौंडियाल ने सुपर हिट गढ़वाली गीत “ढोल दमौं भी बजि गिनी” में लोगों को नचाया तो वहीँ दूसरी तरफ आशा नेगी ने भी सुपर हिट कुमाउनी गीत “हाई कखड़ी जिले मा” गाकर सभी को नचा-नचाकर थका दिया। इसके अलावा अनिल धस्माना, रंजीत रावत, कमल रावत, दीनदयाल, कुंदन राणा, कविता गुसाईं के गीतों पर भी दर्शकों ने जमकर डांस किया।

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कार्यक्रम में महिलाओं को दिया गया विशेष सम्मान

   

समिति का यह कार्यक्रम बेटी बचाओ बेटी पढाओ एवं महिला सशक्तीकरण थीम पर आधारित रहा।  इस कार्यक्रम में सबसे पहले समिति ने देवभूमि कला मंच की तीन महिला कलाकारों संगीता ढौंडियाल, आशा नेगी तथा कविता गुसाई को मोमेंटो देकर सम्मानित किया।  तथा उसके बाद समिति की तीन एक्टिव महिला सदस्यों कविता रावत, मीना नेगी तथा आरती डबराल को समिति के लिए उत्कृष्ट कार्य करने के लिए मंच पर सम्मानित किया।

वार्षिक पत्रिका देवभूमि स्मारिका के 7वें संस्करण का विमोचन

इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री पी.के. गुप्ता, चांसलर शारदा यूनिवर्सिटी, द्वारा समिति की वार्षिक पुस्तिका देवभूमि स्मारिका के सातवें संस्करण का विमोचन किया।

मेधावी छात्रों को दिया सुमित्रानंदन पंत पुरस्कार

समिति ने हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों, ड्राइंग तथा डिबेट प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को भी समिति ने सम्मानित किया।

ग्रेटर नोएडा शहर के समाज सेवी संस्थाओं/व्यक्तियों को किया सम्मानित

 

एक्टिव सिटीजन टीम सहित विभिन्न संस्थाओं/व्यक्तियों को समिति द्वारा इस मंच पर सम्मानित किया गया।

 

ग्रेटर नोएडा में हुए उत्तराखंडी सांस्कृतिक संध्या 2018 की झलकियाँ: देखें

अगिली बगीली रे लौंडा चंद्रा सुपरहिट गढ़वाली गीत संगीता ढौंडियाल की मधुर आवाज में

माया लौंडा मालुवा सुपरहिट कुमाऊनी गीत- आशा नेगी की शानदार प्रस्तुति

सुप्रसिद्ध नन्दा देवी राजजात- रणजीत रावत

खेला पांसो सुपरहिट गढ़वाली गीत संगीता ढौंडियाल की मधुर आवाज में

ओ लौंडा मोहना नि करा फैशना सुपरहिट कुमाऊनी गीत-आशा नेगी

सुपर हिट गढ़वाली गीत “ढोल दमौं भी बजि गिनी” संगीता ढौंडियाल की आवाज में

बसंती छोरी सुपरहिट कुमओंनी सॉंग – दीनदयाल छैलाबाबू

भलु लगद भानुली तेरु मठु-मठु हितुणु रे -रणजीत रावत, संगीता ढौंडियाल

 

ग्रेटर नॉएडा में उत्तराखंड समिति द्वारा होली मिलन एवं होलिका दहन-2018

हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी होली की पूर्व संध्या पर दिनांक 01 मार्च 2018 को उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति द्वारा, गामा-1, ग्रेटर नोएडा में होली मिलन एवं होलिका दहन कार्यक्रम आयोजित किया गया. शाम 7.00 बजे पंडित भैरव दत्त मुंडेपी जी ने होलिका व नरसिंह भगवान् की पूजा कर होलिका दहन प्रक्रिया की शुरुआत की। इसके बाद मंत्रोच्चारण के साथ होलिका दहन हुआ। होलिका दहन के साथ साथ उत्तराखंड के पारंपरिक बाध्य यंत्रों में होली गीतों पर महिलाओ व पुरुषों ने सामूहिक लोक नृत्य किया. इस वर्ष समिति ने रंगों के बजाय फूलों की होली खेलने का निर्णय लिया, अतः सभी लोगों ने एक दूसरे पर चन्दन का टीका लगाकर फूलों की होली और एक दूसरे को होली की शुभकामनायें दी व मिष्ठान वितरण किया. समिति द्वारा इस वर्ष भी सभी के लिए रात्रि भोज की व्यवस्था की गयी थी समिति के सदस्यों ने सपरिवार होली मिलन का आनन्द उठाया|